बिटकॉइन Vs धोलेरा स्मार्ट सिटी इन्वेस्टमेंट

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आज इक्कीसवी सदीमें जब आम लोगों के पास बहुतायत में पैसे आते हैं, ऐसेमें लोग तरह तरह के इन्वेस्टमेंट के साधनों में पैसा इन्वेस्ट करते हैं। इन्ही साधनों में आज क्रिप्टो करेंसी का भी बहुत बोलबाला है। तरह तरह की क्रिप्टो करेंसी ने मार्किट में बहुत हो-हल्ला करके रखा हुआ है। कई क्रिप्टो करेंसी लोगों का पैसा लेकर उड़न छू हो चुकी हैं। लेकिन बिटकोइन एक ऐसी माया है जो सबसे पहले ईजाद हुई थी और आज भी उसका जादू बरकरार है। हालाँकि बिटकॉइन का सफर पेनी से शुरू होकर साठ हजार डॉलर तक जाकर अब बारह से पंद्रह हजार डॉलर के बीचमें झूल रहा है।

लेकिन अगर आप यह सोच रहे होंगे की हम क्यों बिटकॉइन के बारे में चर्चा कर रहे है तो बात ऐसी है की, हम यह कम्पेयर करना चाहते हैं की आज के दौर में निवेश के लिए रियल एस्टेट सबसे अच्छा है या बिटकॉइन। तो जैसा की हम जानते हैं, भारत में इन्वेस्टमेंट करने के वास्ते जमीन, या प्लाट सबसे अच्छा और पवित्र इन्वेस्टमेंट माना गया है। एवं इसे लक्ष्मी या माता का भी दर्जा दिया गया है और इन्वेस्टमेंट के सामने रिटर्न देने में भी ज़मीन ने कभी निराश नहीं किया है। जबकि सामने जब हम बिटकोईन को रखते हैं तो ये समझ में आता है की बिटकॉइन जब लोगों को समझ आया तब तक बहुत ऊपर जा चूका था। एवं उस दौर में जब लोगों ने निवेश किया तो उसमें गिरावट का दौर शुरू हो गया। ऐसे में जिन लोगों ने बिटकॉइन में निवेश किया, उनमें से बहुत सारे निवेशकों का अनुभव नुकसान झेलने का ही रहा। ऐसे में आइये, समझने की कोशिश करते है की रियल एस्टेट vs बिटकॉइन इन्वेस्टमेंट में आज के दौर में कहाँ निवेश करने से भविष्यमें कैसा लाभ रहेगा।

बिटकॉइन सबसे कठिन संपत्ति है जिसे आप इक्कीसवी शताब्दी में अपना सकते हैं “मैं बिटकॉइन के साथ क्या कर सकता हूँ, और में अचल संपत्ति के एक टुकड़े के साथ क्या कर सकता हूँ, ये दोनों सवाल एक समान है। “बिटकॉइन में कई खामी होने के साथ अचल संपत्ति के सभी नकारात्मक गुण है उपरोक्त मेरे एक अच्छे दोस्त राजील जांगिड़ जी के कुछ उद्धरण थे जिन्हें मैंने हमेशा एक अचल संपत्ति यानि रियल एस्टेट विशेषज्ञ के रूप में देखा है।

जब तक में उन्हें जानता हूँ वह सबसे सफल वास्तविक निवेशक बनने में दृढ़ है। वह हमेशा बाजार की स्थितियों की प्रतिबिंबित करने के लिए अपने व्यवसाय को अनुकूलित करते रहे हैं और हमेशा वक्त से एक कदम आगे रहते है। तो मैने यह सोचा की क्यों न उनसे इस विषय पर थोड़ी चर्चा करके इस विषय को और क्लियर किया जाए ताकि निवेशकों को इस दिशामें सही समझ मिले और वह सही निर्णय कर सके की उनके लिए रियल एस्टेट बेहतर है या बिटकॉइन!

तो जब मैंने बिटकोइन के विषय में में जो जानता था उसके बारे में राजिल जी से चर्चा की, तो मुझे यह समझ आया की एक तो बिटकॉइन एक वर्चुअल एसेट है जिसे आप न छू सकते हैं न मेहसूस कर सकते हैं न देख सकते हैं। बस यह आपके वॉलेट तक सिमित रहेंगे, और जब तक ये आपके वॉलेट में रहेंगे तब तक आपको यह चिंता सताती रहेगी की कब कोई आपके वॉलेट में घुस कर आपके बिटकॉइन चम्पत न कर जाएँ। दूसरा, इस निवेश में इतनी ज्यादा वोलेटिलिटी है की आप बस इसे बहुत बढ़ते या बहुत घटते ही देखते रहेंगे। तीसरा प्रश्न ये है की इसमें लिक्विडिटी की बहुत दिक्कत होगी। जब आप इसे बेचने जायेंगे तो आपको हमेशा ये डर सताएगा की कहीं आपके साथ धोखा न हो जाये। चौथी दिक्कत ये है की आप बिटकॉइन से बहुत कुछ कर सकते है ये सबको पता है लेकिन क्या क्या कर सकते हैं इस विषय में किरतको क्लियर जानकारी नहीं है। जैसे ये बताया जाता है की जापान में बिटकॉइन के ATM मशीन लगे है जहाँ से आप बिटकॉइन के सामने कैश निकाल सकते हैं। लेकिन भला अब बिटकॉइन से पैसे निकालने के लिए जापान कौन जाये तो कुल मिलाकर बिटकॉइन में निवेश करने से पहले आपको ये सारी जानकारियां अवश्य ले लेनी चाहिए ताकि आपका पैसा हमेशा सुरक्षित रहे और बढ़ता रहे।

हालांकि ऐसा करने से पहले आपको बिटकॉइन के जोखिमों के प्रति थोड़ी डिटेल्स मैने राजील जी के अनुभवी वक्तव्यों से जानी है।

बिटकॉइन का मामला: बिटकॉइन में एक निवेशक के रूप में, आपको पहले यह स्वीकार करना होगा कि काफी कुछ नकारात्मक तथ्य हैं और हमें यह भी याद रखना चाहिए कि बिटकॉइन एक नई विकसित हो रही तकनीक है। बहुत संभव है कि इन नुकसानों में से कुछ या सभी को कभी भी दूर नहीं किया जा सकेगा।

1। मूल्य अस्थिरता: मेरा अनुमान है कि अस्थिरता शायद किसी और चीज की तुलना में बिटकॉइन की नवीनता की वजह से अधिक है। एक नई संपत्ति वर्ग के रूप में यह विकसित हो रहा है। इस वजह से, निवेशक बिटकॉइन में झुंड की तरह आ रहे हैं। बिटकॉइन को पैसे के रूप में स्वीकृति हासिल करने के काफी समय लग जायेगा। विशेष रूपसे इसकी कीमतमें उतार चढाव की वजह से अधिक पूर्वानुमानित बनने की संभावना है। लेकिन जब युद्ध, राजनीतिक अस्थिरता, महामारी और ऊर्जा/ कमोडिटी की कमी जैसी प्रमुख घटनाओं के जवाब में इसकी कीमतों में बड़ी वोलेटिलिटी दीखने की संभावना है।

2। सार्वभौमिक स्वीकृति की कमी: भले ही बिटकॉइन व्यापारियों और व्यक्तियों के बीच तेजी से स्वीकृति प्राप्त कर रहा है, फिर भी अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र इसे पहचान एवं स्वीकृति नहीं देते हैं। उदाहरण के लिए, आप अभी भी बिटकॉइन के साथ अपने बैंक में व्यापार का लेनदेन नहीं कर सकते हैं। आप अपने करों का भुगतान भी नहीं कर सकते हैं, या पेट्रोल या किराने का सामान नहीं खरीद सकते हैं। और न तो बीमा कंपनियां और न ही सेवा | कंपनियां बिटकॉइन में भुगतान स्वीकार करती है।

राजिल जी ने कहा, मुझे लगता है कि यह एक ऐसा मुद्दा है जो पहले ही इसी वजहसे बिटकॉइन को गैर पसंदीदा निवेश बना रहा है।

3। सरकारी विनियमन, या शटडाउन का खतरा: यह शुरू से ही बिटकॉइन निवेशकों की चिंता का विषय रहा है। राजिल जी का मानना है कि पिछले साल चीन द्वारा प्रतिबंध की वजह से बिटकॉइन की शटडाउन का खतरा बराबर बना रहेगा।

4 | सुरक्षा खतरे: बिटकॉइन प्रणाली को एक ही खतरे का कई तरह से सामना करना पड़ता है, जो अन्य सभी वित्तीय नेटवर्क में कम होते हैं, बैंकिंग प्रणाली सहित बिटकॉइन की सिस्टम को हैक किया जा सकता है और हमेशा कई प्रकार के यांत्रिक त्रुटियों की संभावना बनी रहती है। व्यक्तिगत स्तर पर भी सुरक्षा खतरे हैं। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन निवेशकों को उनके सुरक्षा कोड या डिजिटल वॉलेट खोने के लिए जाना जाता है।

5 | नियंत्रण या बीमा सुरक्षा की कमी: यह अधिकांश निवेशकों को बिटकॉइन से बाहर रखने वाला सबसे बड़ा कारण हो सकता है। बैंक परिसंपत्तियां एफडी वग़ैरह बीमा के दायरे में आती है, जबकि शेयर ब्रोकरेज खातों की सुरक्षा स्टॉक एक्सचेंज द्वारा की जाती है। बिटकॉइन निवेशकों के लिए वर्तमान में ऐसा कोई कवच या सुरक्षा उपलब्ध नहीं है।

6 | अवैध और धोखाधड़ी के लेनदेन में व्यापक उपयोग: बिटकोइन में भुगतान की मांग करने वाले वो बेनाम ईमेल हममें से किसे नहीं मिला है? यह आजका सबसे कड़वा तथ्य है कि बिटकॉइन अनियमित है और गुनहगारों को पूरी तरह से गुमनाम रहकर वसूली करनेमें सबसे ज्यादा उपयोगी करेंसी के रूप में सूचित किया गया है। हम यह भी मान सकते हैं कि जब किसी भी समय कोई संपत्ति विशेष रूप से मूल्यवान हो जाती है, तो वह सम्पति आपराधिक गतिविधि के लिए एक प्रमुख लक्ष्य भी बन जाती है।

7 | सिस्टम की गड़बड़ियां: शुरू से ही सिस्टम की गड़बड़ियों का डर बना हुआ है। शायद कुछ अप्रत्याशित तकनीकी समस्या पूरे सिस्टम को नीचे ले जाती है, और अरबों डॉलर की बिटकॉइन को मिटा देती है।

तो अब आप समझ ही गए होंगे की बिटकॉइनमें निवेश करना हो तो काफी सारे जोखिम उठाने पड़ सकते है। ऐसे में यह सुनिश्चित करना जरुरी है की कहीं बिटकॉइन की चक्करमें लेने के देने न पड़ जाएँ।

अब हम थोड़ा रियल एस्टेट के बारेमें बात कर लें तो, रियल एस्टेट हमेशा अच्छा रिटर्न देता है ये आप मान के चलिए और रियल एस्टेट का निवेश जब उभरती जगह पर हो, जहाँ की दुनिया भर की बड़ी से बड़ी कंपनी अपना कारखाना लगा रही हो ऐसे में तो रियल एस्टेट दिन दूना रात चौगुना बढ़ने की गुंजाईश रखता है। जब में इस बारे में राजील जी से बात कर रहा था तब उन्होंने मुझे आंकड़ों के साथ समझाया की आज गुजरात पुरे देशमें तरक्की के रस्ते पर भारतकी अगुआई कर रहा है।

और गुजरातमें दुनिया की नंबर एक स्मार्ट सिटी का निर्माण चल रहा है जिसे हम सब धोलेरा स्मार्ट सिटी के नाम से जानते हैं। अभी दो दिन पहले की बात हैं जब वेदांता ने कंप्यूटर चिप्स का साझा निवेश महाराष्ट्र को ठुकरा कर गुजरातमें धोलेरा में करने का निर्णय लिया है। और ऐसी कई दिग्गज अंतराष्ट्रीय कंपनियां धोलेरा स्मार्ट सिटी में काम शुरू कर चुकी हैं। यही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा यहाँ नब्बे प्रतिशत बनके तैयार हैं।

वहीं धोलेरा स्मार्ट सिटी में दुनिया की कुछ सबसे प्रसिद्ध कंपनियां है जो इसके विभिन्न पहलुओं की देखभाल करती हैं। जैसे सिस्को, आईबीएम और विप्रो से लेकर आईटी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मैनेज करने से लेकर एईसीओएम (यूएसए) तक पूरे प्रोजेक्ट की योजना बना रहा है। स्मार्ट सिटी के बारे में सब कुछ बड़े उद्योग समूहों के विशेषज्ञों द्वारा संभाला एवं बनाया जा रहा है।

ऐसेमें भला जमीनों के दाम यहाँ पर आसमान नहीं छुएंगे तो ही आश्चर्य होगा। यहाँ राजील जी ने मुझे बताया की जो निवेश पांच साल पहले पांच हजार रुपएमें हुआ था वह आज आठ से दस गुना बढ़ गया है। और आज यही सही मोका है जब जो भी निवेश आज यहाँ होगा वह अगले आठ से दस सालों में कई कई गुना बढ़ने की क्षमता रखता है।

तो अब आपको ही यह तय करना है की निवेश बिटकॉइन में करें या धोलेरा स्मार्ट सिटी में रियल एस्टेट में करें। आपको कहीं भी थोड़ा और समझना हो तो हमारे रियल एस्टेट विशेषज्ञ श्री राजिल जांगिड़ जी से आप विशेष मुलाकात कर सकते हैं।

The concept of smart cities has taken rapid shape in India, especially over the last decade or so, and the Dholera Smart City project has indeed been one torchbearer. Much more than an urban zone in development, Dholera, situated in…

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Somewhere at the forefront of the fast-changing urban landscape of India is Dholera City in Gujarat. As the first greenfield smart city in India, Dholera promises to be a game-changer. Equipped with state-of-the-art infrastructure and sustainable development, it presents unparalleled…

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